इंडिया की हिंदी भारत की हिंदी,संदर्भ चेतन भगत
प्रियदर्शन,वरिष्ठ पत्रकार,एनडीटीवी इंडिया यह लेख कुछ बरस पहले लिखा था। हिंदी को रोमन में लिखने के चेतन भगत नाम के एक लेखक के सुझाव पर इसका खयाल आया। देवनागरी की जगह रोमन लिपि इन दिनों हिंदी को देवनागरी...
View Articleकैमरे के फ्रेम में ठीक बैठेंगे तब बनेंगे मोदी और केजरीवाल
जगदीश्वर चतुर्वेदी,प्रोफेसर,हिन्दी विभाग,कलकत्ता विश्वविद्यालय कैमरे ने नेताओं के होश उडाए हुए हैं। कैमरे की खूबी है आप उसके बिना रह भी नहीं सकते,राजनीतिज्ञ की मुश्किल है वे कैमरे में जी नहीं सकते।...
View Articleमोदी, मंत्री और मीडिया के मन की बात
ओंकारेश्वर पांडेय जनता के साथ मीडिया के भी अपार समर्थन से केन्द्र की सत्ता में आयी मोदी सरकार के आने से अच्छे दिन आने की उम्मीदें सबसे ज्यादा मीडिया ने जगायी और लगायी भी। पर आज सबसे ज्यादा हताशा में...
View Articleमीडिया का भी सोशल आॅडिट जरूरी
अमित चमड़िया भारत की ज्यादातर आबादी आज भी मीडिया द्वारा परोसी गई सामाग्री को स्वाभाविक मानती है। शायद उसमें खबरों के विश्लेषण की क्षमता विकसित नहीं हो पाई है। सार्वजनिक स्थानों पर बातचीत के क्रम में लोग...
View Articleनरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद न्यूज ट्रेडर के दाग धुले हैं-पुण्य...
नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद वाकई किसी के दाग धुले तो वह न्यूज ट्रेडर ही है । याद कीजिये तो न्यूज ट्रेडर शब्द का इजाद भी नरेन्द्र मोदी ने ही लोकसभा चुनाव के वक्त किया । उससे पहले राडिया मामले...
View Articleमीडिया भी नहीं चाहता कि भ्रष्टाचार देश में मुद्दा बने
जेएनयू, पीएमओ,मीडिया और विपक्ष नहीं चाहता भ्रष्टाचार देश में मुद्दा बने आज जब सत्ता का राष्ट्रवाद, जेएनयू के राष्ट्रविरोधी नारे और मीडिया की सही भूमिका के बीच यह सवाल बड़ा होते चला जा रहा है कि सही कौन...
View Articleभारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने रवीश को दिया करार जवाब !
हाल ही में एनडीटीवी इंडिया के प्रख्यात पत्रकार रवीश कुमार ने भारतीय पुलिस सेवा के नाम एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने आई पी एस अधिकारी मुकुल द्विवेदी की मौत के बारे में लिखते हुए भारतीय पुलिस सेवा के...
View Articleदिल्ली की मीडिया पर पुण्य प्रसून बाजपेयी का हल्लाबोल
दिल्ली ! सत्ता का प्रतीक। ताकत का अहसास। लोकतंत्र की दुहाई। संविधान के रास्ते चलने के वादे को ढोती दिल्ली। लोकतंत्र के हर पाये की स्वतंत्रता का सुकून छिपाये दिल्ली। बिहार-बंगाल में जंगल राज हो सकता है,...
View Articleअजीत अंजुम भी चाहते हैं कि भारत पाक को मुंहतोड़ जवाब दे
अजीत अंजुम,मैनेजिंग एडिटर,इंडिया टीवी मेरी भी दिली तमन्ना है कि भारत पाक को मुंहतोड़ जवाब दे…ऐसा जवाब दे कि वो कभी हमारे देश की तरफ नज़र उठाकर देखने की हिम्मत न कर सके ..पाक की कमर इतनी तोड़ दें कि हमारे...
View Articleपाकिस्तान को लेकर पुण्य प्रसून की दो टूक, पढ़िए
दुनिया के तमाम अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर से कही ज्यादा रौशनी वाली 2900 किलोमीटर लंबी भारत पाकिस्तान सीमा पर डेढ़ लाख प्लड लाइट इसलिये चमकते हैं क्योंकि ये सीमा दुनिया की सबसे खतरनाक सीमा में तब्दील हो चुकी...
View Articleमोदी के ऊपर उन्मादी मीडिया का दवाब
युद्ध का मतलब है राजनीतिक पराभव ! – जगदीश्वर चतुर्वेदी कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब कोझीकोड में बोल रहे थे तो उनके चेहरे पर चिन्ताएं साफ नजर आ रही थीं,उनकी स्वाभाविक मुस्कान गायब थी,उनके ऊपर मीडिया...
View Articleभारत-पाकिस्तान युद्ध के परिणामों पर पुण्य प्रसून का लेख
आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज ने कुछ झूठ नही कहा और इसे दुनिया भी मानती है कि हर आतंक का कोई ना कोई सिरा पाकिस्तान तक पहुंच ही जाता है। लेकिन जो खतरा पाकिस्तान को लेकर...
View Articleइरफान हबीब के बयान पर हैरान अजीत अंजुम
अजीत अंजुम,मैनेजिंग एडिटर, इंडिया टीवी ऐसे वक्त में जब भारतीय सेना की जांबाजी से देश का सिर ऊंचा हुआ हो..पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकी ठिकानों के नेस्तानाबूद करने की खबरों पर देश जश्न मना रहा हो ,...
View Articleपत्रकार रिम्मी शर्मा की ज़बानी सेनारी नरसंहार की कहानी
बिहार में नब्बे का दशक खूनी संघर्ष का रहा है.रणवीर सेना और नक्सलियों/माओवादियों की खूनी झड़प में गाँव के गाँव उजड़ गए. खानदान खत्म हो गए और जो घाव लगे उसपर अबतक मरहम नहीं लग सका. ये बात अलग है कि घाव पर...
View Article‘नोटबंदी’के बाद नेताओं के ‘नसबंदी’के पक्षधर रोहित सरदाना!
8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद से दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने मुंबई और चंडीगढ़ के निकाय चुनावों से हाथ पीछे खींच लिए। ये इत्तेफाक भी हो सकता है और झटका भी.कांग्रेस के नेता कह रह हैं कि नोटबंदी का...
View Articleहिम्मत न हारने की सुधीर चौधरी की कहानी
कई बार ज़िन्दगी के साथ लड़ाई मुश्किल होने लगती है।हौसले पस्त होने लगते हैं।ये संदेश ऐसे लोगों के लिए है जो बस हिम्मत हारने I वाले हैं।इसे ध्यान से पढ़िए। हो सकता है वैज्ञानिक इसकी पुष्टि ना करें...
View Articleनोटबंदी पर पुण्य प्रसून ने की मोदी सरकार की घेराबंदी
पानी, बिजली, खाना, शिक्षा, इलाज,घर, रोजगार बात इससे आगे तो देश में कभी बढी ही नहीं । नेहरु से लेकर मोदी के दौर में यही सवाल देश में रेगते रहे। अंतर सिर्फ इतना आया कि आजादी के वक्त 30 करोड में 27 करोड...
View Articleसंसद ना तो कारखाना है ना ही खेती की जमीन,फिर भी सांसद रईस !
29 सितंबर सर्जिकल अटैक के बाद सीमा पर 26 जवान शहीद हो चुके हैं। 8 नवंबर, नोटबंदी के बाद कतार में सौ मौत हो चुकी हैं। 28 नवंबर कालेधन पर 50 फिसदी टैक्स देकर बचा जा सकता है। 29 नवबंर यानी आज बीजेपी के...
View Articleरवीश कुमार पर कीचड़ उछालने वालों की खुन्नस समझिए –ओम थानवी
एनडीटीवी इंडिया के प्रख्यात एंकर/पत्रकार ‘रवीश कुमार’ आजकल सोशल मीडिया के एक बड़े तबके के निशाने पर हैं.इसकी वजह उनके बड़े भाई और बिहार कांग्रेस के उपाध्यक्ष (अब इस्तीफा दे चुके हैं) ब्रजेश पांडेय...
View Articleरेंगती हुई पत्रकारिता में चौथा स्तंभ ना खोजे
राजनीति लोकतंत्र को हांकती है । लोकतंत्र राजनीतिक सत्ता की मंशा मुताबिक परिभाषित होती है । लोकतंत्र की चारो स्तभं लोकतंत्र को नहीं राजनीतिक सत्ता को थामते है । या फिर विरोध की राजनीति धीरे धीरे सत्ता...
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